Russia Ukraine Ceasefire Update LIVE: 24 घंटे में पलट गए पुतिन, युद्ध की तैयारी शुरू |Putin Breaking



Russia Ukraine Ceasefire Update LIVE: 24 घंटे में पलट गए पुतिन, युद्ध की तैयारी शुरू |Putin Breaking

दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने यो सेम ले गला [संगीत] [संगीत] पुन के इस बदले बदले ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास अनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है व अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कम [संगीत] तोग लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिक मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चा और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है रास्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते रास्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिक मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाको पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विरान की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी य विराम के संकेत [संगीत] कग लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेना म [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फोज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपन तो आज काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रति बंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष् लामर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत [संगीत] दिए लेम पुन के इस बदले बदले मिजाज नेट के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके अशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की वादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने ग [संगीत] [संगीत] के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सर र कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेना [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास अशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद य का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] [संगीत] पुन के इस बदले बदले मिज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और न के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रंग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेला रोस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कम लेम [संगीत] में पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाह हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने दग लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते रास्ते प महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपन तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के आर कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत [संगीत] दिए वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेष की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरी की मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्हो ने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] अदा जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो पा लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विरान की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी यु विराम के संकेत दि [संगीत] [संगीत] ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कजर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है कि यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आहिस्ते आहिस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुना बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क् थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने कय क्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और कमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपन तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपन आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रंग कर ली है स साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनक सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] ला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने सुदा ले पुतिन के इस बदले बदले मजज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते रास्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि व अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले ने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसा से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज जब रूस के राष्ट्रपति वलादर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत [संगीत] दिए लेम पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानी हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विरान की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर पहुचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आख मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिक मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लामर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कम [संगीत] वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को की मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्धविराम के संकेत दिए [संगीत] कने ग [संगीत] [संगीत] पुन के इस बदले बदले ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यक की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास अनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर 20 साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है व अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है में दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विरान की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने [संगीत] [संगीत] ले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आहिस्ते आहिस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है स वालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ा की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] सुदा पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेना [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी राइटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] ुग लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते रास्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा क तो क्या यूक्रेन को अमेरिक मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपन तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रंग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की नी हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] के इस बदले बदले मिजाज ने जि पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 6 डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रंग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर द थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद य क्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर क कर लिया है व अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] [संगीत] के इस बलेने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आहिस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चल आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाह हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दि [संगीत] कग लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति वलादर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर 20 साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे का सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की ज से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति वलादर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विश स ज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास अनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब यु विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेम [संगीत] [संगीत] बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का मान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया व अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] लेम पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्ट बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते रास्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कु रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज़ एजेंसी राइटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संके [संगीत] क लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार की में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद पु दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत [संगीत] दिए [संगीत] ला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेज की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रंग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विरान की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कनेम पुन के इस बदले बदले मजने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रू युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेना [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कनेम लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेनाम [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर 20 साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है कि यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आहिस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने पांच रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कम [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्धविराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] [संगीत] ले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और कमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है कि यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपन तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपन आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रंग कर ली है सवा दो साल से रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब यु विराम के संकेत दिए [संगीत] कने लेम पुन के इस बदले बदले मिज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास अशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते रास्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब सेही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के [संगीत] संके पुन के बदले बदले मिज ने ओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिक मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जब में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस तो उन्होने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने [संगीत] [संगीत] ले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति वलादर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रोस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़े की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर व कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास अनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लक सी जो है व पूरी तरह तर से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिक मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल य उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वा इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी राइटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम ने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दि [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है 2 साल ती महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वोह अब उस का ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेम [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] कने मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में जुला फस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है 2 साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] ला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने के बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति वलादर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कनेना पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने के त री में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दि कम [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लक स जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ की की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास अनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते रास्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देश ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विरान की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति वलादर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे के अंदर व अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कम [संगीत] ला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है कि यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आहिस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिक मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और बलैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मजू हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 6 बिलियन डॉलर मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रंग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लि लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेम [संगीत] लेम पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एकने बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने ने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है आखर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास बस फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा ये जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा सा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही ये जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम संके [संगीत] कगी लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौट चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लामर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति वलादर दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में युद्ध विराम के संकेत [संगीत] दिए ला पुतिन के बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेज की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] बजज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वोह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विरान की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आज होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] लेला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन ग है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर 20 साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिकर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों दे की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत [संगीत] लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक ससी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूद धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्धविराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कश मैं [संगीत] [संगीत] बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और कमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते रास्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विरान की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल य विराम के संकेत [संगीत] दिने पुन के इस बदले बदले मजने जि पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब के राष्ट्रपति लामर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में युद्ध विराम के [संगीत] संके के बदले बलेने पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे न की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पु अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है कि यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व प दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाको पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुन के इस बद ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आहिस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वो अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और बल जो है तर से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पु चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने [संगीत] ुग लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास अशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिक मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने क्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है [प्रशंसा] रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्र लामर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत [संगीत] दिए लेम पुन के इस बदले बदले मिज नेट के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास अशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है हस्ते रास्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिक मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपन तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कि कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वोह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] कने मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेनाम [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रो दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध 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दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी कय क्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कम लेम [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा ये जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और बलैक जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो ल की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] तिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपन तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वो अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वोह अब उसका ही रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास अम निशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्हो ने व सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] अ जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास अशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत [संगीत] दिए [संगीत] न के इस बदले बदले ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर व अभी कजर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से ने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलास पहुचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके बस फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति वलादर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्म थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिक मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लामर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है हस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] लेम ला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और बलक जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिक मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फोज खत्म हो रही है आस्ते आहिस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो ₹ लाख करोड़ रपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है व अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] इग लेम पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बला पहुचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर य मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है रास्ते रास्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत [संगीत] लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लामर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट को इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञ की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर बे लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्धविराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] के बदले ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यक की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कम [संगीत] लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है कि यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] लेम ला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिक की मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर व अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है रास्ते रास्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा ये जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विरान की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में हैं और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में यु विराम के संकेत [संगीत] दिने ला पुन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध की तरफ क्यों लटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्धविराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कनेना ग [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपन तो आज जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के ति लामर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में युद्ध विराम के [संगीत] संकेतन के बदले बलेने के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वोह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेना [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कबज कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मजज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और क्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है व अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कम ले [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी यु विराम के संकेत [संगीत] दिए लेला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ लटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आते आस्ते महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के र कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो ू एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति वलादर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत [संगीत] दिए [संगीत] तिम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के वि ज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरी की मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्ज होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की रा में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] कने ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर भी साबित रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है सस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा ये जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बै ंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी यु विराम के संकेत [संगीत] दिन के बदले ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कनेनाम ले [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है कि यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले 2 साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है ये एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विरान की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और कमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] लेम ला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और बल जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कनेम पुन के इस बदले बदले मजने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हि हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डॉन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कग लेम पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानी हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि व अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विरान की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर रोस पहुचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी यु विराम के संकेत दिए [संगीत] कने [संगीत] न के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कम [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दी आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लामर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने व सवाल जवाब में युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] तिम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है कि यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अर की मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा 2 साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विरान की कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्धविराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुन के इस बदले बदले मजज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यक की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] ुग लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है इस में दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहु तो उन्होने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने [संगीत] [संगीत] ले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादिवाली जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के स के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विरान की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति वलादर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वा इन सवालों का बैकग्राउंड है वोह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ ने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उस का ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थ कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपन तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रंग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] ला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 6 डलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपन तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और स्ट्रंग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कर लिया है व अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विरान की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] [संगीत] बने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास अनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कनेना पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी के संकेत [संगीत] दिग लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्धविराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति वलादर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेना [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपन तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत [संगीत] दिए [संगीत] लेम ला पुन के इस बदले बदले मिजाज नेट शजों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कनेम ग [संगीत] [संगीत] बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और बलैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रति बंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेम [संगीत] इग लेम पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जि पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कने एक्विटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंड में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी राइटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल-जवाब में भी युद्ध विराम के संके दिए [संगीत] कग लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास ए मुनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते िया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार की में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुएं में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] [संगीत] इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद पुन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत [संगीत] दिए ला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञ की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौ रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है 2 साल ती महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कनेम के बने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रू युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते रास्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज़ एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में हैं और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर व अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते रास्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विरान की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कनेम [संगीत] ला लेम पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वभी कमजोर जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तबदील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर 20 साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूद धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और कमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा पदा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वोह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डॉन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल न महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में यु विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुन के इस बदले बदले मजने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब सेही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के [संगीत] संके पुन के बदले बदले मिज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है रास्ते रास्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिक मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वो अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विरान की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर यद्ध पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसी सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व प दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रोज की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी होती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर व अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और बलैक सी जो है वरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिक मद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक ल ने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] सु पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो पा लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रंग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है 2 साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है व अब उस का ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने तम [संगीत] ला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] कने मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो हुई वेपन आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में जुल गस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है 2 साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] ला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है आखर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी यु विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कनेना पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दि कम [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो ल की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज़ एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्धविराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति वलादर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेना [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कम [संगीत] लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनिन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बवाद पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेशन अयो से अम ले ग गस [संगीत] [संगीत] बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति वलादर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] ला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते रास्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रंग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेम [संगीत] [संगीत] पुन के इस बदले बदले मजने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक टी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने ने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है आखर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास बस फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा ये जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही ये जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम संके [संगीत] कग लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौट चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में युद्ध विराम के संकेत [संगीत] दिए ला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेज की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध की तरफ कदम बढ़ने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दि दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] ला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी ब बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है रास्ते रास्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में त ल हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के सं [संगीत] लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारू धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] [संगीत] बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और कम की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिक मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के के पास एक दूसरा ये जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो सा तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने ले पुन के इस बदले बदले मजज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास अशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेना [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास अनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते रास्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि पस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति वलादर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के [संगीत] संके ले पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुकी पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेना [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है है कि यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इस सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वो अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लक सी जो है व तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल ने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में हैं और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में य विराम के संकेत दिए [संगीत] कने लेम पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के लामर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत [संगीत] दिए पुन के बदले बदले मिज नेट के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक स जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है रास्ते रास्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि व अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने [संगीत] [संगीत] ले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेना [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रो दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन स का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में यु विराम के संकेत [संगीत] [संगीत] दिने बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कम ले [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपर्स तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लाद मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संके [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो ल की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है ड ब और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुप से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रंग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए कनेम [संगीत] लेम वला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होने व सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] कने ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर भी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है सस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति वलादर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] ला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैक ग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुन के इस बदले बदले ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर व अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर पर बेलास पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कने पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डॉन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वोह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उन के पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास अनेशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते रास्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिक की मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है ये एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा ये जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा दो साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर 20 साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी व पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अर वभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वो अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] लेम ला पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिक मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा ये जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है व अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति लादी मिर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में युद्ध विराम के संकेत दिए कने [संगीत] [संगीत] मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर ब साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और बलैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वह खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए क [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है व पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है दो साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है व अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलारूस पहुंचे तो उन्होंने वहां सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दि [संगीत] [संगीत] पुतिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखिर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वह पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ की क्षमता थी वह पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वह अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एमिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते दो साल तीन महीने से चली आ रही य जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है वो खबर जो न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई जिसमें दावा किया गया है कि पुतिन चाहते हैं कि दोनों देशों की सीमा अब मौजूदा हिसाब से ही रहे यानी कि रूस ने यूक्रेन के जिन इलाकों पर कब्जा कर लिया है वह अब उसका ही हिस्सा रहे यानी यूक्रेन पर चढ़ाई कर चुके पुतिन अब युद्ध विराम की तरफ कदम बढ़ाने की तैयारी में है और इसीलिए सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है आज ही जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के दौरे पर बेलास पहुंचे तो उन्होंने वहा सवाल जवाब में भी युद्ध विराम के संकेत दिए [संगीत] कनेना [संगीत] तिन के इस बदले बदले मिजाज ने जिओ पॉलिटिक्स के विशेषज्ञों की पेशानी पर बल ला दिया है कि आखर युद्ध मोर्चे पर बी साबित हो रहा रूस युद्ध विराम की तरफ क्यों लौटना चाहता है डन बस रीजन और क्रीमिया की एक कनेक्टिविटी बन गई है और ब्लैक सी जो है वो पूरी तरह से सिक्योर हो गया है यूक्रेन की जो लड़ने की क्षमता थी वो पिछले दो साल से लंबे युद्ध के अंदर वो अभी कमजोर पड़ती जा रही है उनके पास एम्युनिशन खत्म हो गया है उनके पास फौज खत्म हो रही है आस्ते आस्ते पिछले महीने ही अमेरिका ने यूक्रेन को 61 बिलियन डॉलर की मदद की थी जो 5 लाख करोड़ रुप से ज्यादा की है और यूक्रेन के कुल रक्षा बजट से थोड़ा कम तो क्या यूक्रेन को अमेरिकी मदद ने रूस की चुनौती बढ़ा दी है यह एक बहुत बड़ी चुनौती है यूक्रेन के लिए कि वेपंस तो आ जाएंगे काफी सारे बट उनको इस्तेमाल करने के लिए जंग में कितने सोल्जर्स होंगे यूक्रेन के पास एक दूसरा यह जो डिले हुई है वेपंस आने में इसके चलते रशिया ने अपनी पोजीशन और ज्यादा स्ट्रांग कर ली है सवा दो साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन को भारी जानमाल की हानि हो चुकी है युद्ध की शुरुआत से ही अमेरिका ने 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था कई पश्चिमी देशों ने रूस के साथ व्यापार रोक दिया था तो क्या आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से रूस की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर हो गई है कि वह अब युद्ध विराम की राह में लौट रहा है सवा साल से युद्ध की आग में झुलस रहे हैं पिछले महीने ही रूस ने यूक्रेन के खार कीव में जंग को और तेज कर दी थी लेकिन अब सूत्रों के हवाले से यह खबर छनकर सामने आ रही है कि पुतिन युद्ध विराम चाहते हैं और इन खबरों के बाद अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या पुतिन ने सरेंडर कर दिया है 2 साल तीन महीने से चली आ रही है जंग क्या थमने वाली है क्या बारूदी धुए में कैद यूक्रेन का आसमान आजाद होने वाला है क्या खंडहर में तब्दील हो रहे यूक्रेन की बर्बादी पर ब्रेक लगने वाला है इन सवालों का बैकग्राउंड है व खबर जो न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के सूत्रों के हवाले से सामने आई है

Russia Ukraine Ceasefire Update LIVE: Russian President Vladimir Putin is ready to halt the war in Ukraine with a negotiated ceasefire that recognises the current battlefield lines, four Russian sources told Reuters, saying he is prepared to fight on if Kyiv and the West do not respond.

Russia Ukraine Ceasefire Update LIVE: चार रूसी सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बातचीत के जरिए युद्धविराम के साथ यूक्रेन में युद्ध को रोकने के लिए तैयार हैं, जो वर्तमान युद्धक्षेत्र रेखाओं को मान्यता देता है, उन्होंने कहा कि अगर कीव और पश्चिम जवाब नहीं देते हैं तो वह लड़ने के लिए तैयार हैं.

#russiaukrainewar #putin #breakingnews

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